घर बैठे अपना खुद का व्यापार कैसे शुरू करें : पूरी जानकारी
आज के नौजवान ज्यादा तर दूसरी कंपनियों मे काम रहे हैं ।जहा वो मेहनत ज्यादा भी कर दे तो भी उन्हे एक सुनिश्चित मुद्रा ही प्राप्त होती है। ऐसे में अपना खुद का कारोबार चाहे वो छोटा ही क्यू ना हो, अगर हो, तो इंसान अपनी पूरी जिंदगी, आसानी से व्यतीत कर लेगा।
परन्तु खुद का व्यापार शुरू करने कि बात जब भी आती है, तो मन मे बोहत सारे सवाल उठते हैं, जैसे, ऐसे में सवाल ये आता है की -
>क्या खुद का कारोबार चालू करना आसान है?
> कितने पैसे कि अव्याशकता होगी..?
>रजिस्ट्रेशन कहाँ से करनी होगी..?
> क्या उसमे लगने वाला पैसा डूब जाएगा?
और अगर हाँ, तो क्यू पैसा लगाया जाय। इन सारे सवालों के जवाब आज में आपको बताऊंगा।
क्या होता है खुद का कारोबार?
खुद का कारोबार मतलब ऐसा काम जिसमे आप स्वयं मालिक हो। यहाँ पर हर एक फैसला आपको ही करना रहता है। आप ही उसके करता धर्ता होते हो, कौन उस व्यापार मे काम करेगा, क्या सामान बिकेगा, कैसी व्यापार कि पालिसी होंगी यहाँ पर अब कुछ आप को ही तय करना रहता है। सोच के देखिए, कितना अच्छा लगता है ऐसा सोच के, की आप किसी कंपनी के मालिक है।
कैसे करे शुरुआत?
जब आप अपना खुद का कारोबार चालू करते है तो बहोत कुछ सोचते है जैसे...
1. क्या किया जाए?
2. कब किया जाय?
3. कहा पैसा लगाए?
सबसे पहला सवाल > क्या किया जाए?
भारत मे लोग अचार के कितने शौकीन हैं ये तो आप जानते ही है। ज़रा सोच के देखिए आचार एक ऐसी चीज़ हैं जिसे आप बाजार में आसानी से उतार कर उससे मुनाफा कमा सकते है।
केवल भारत तक नहीं, बाहर के देशों मे भी अब इसके शौकीन लोग पाए जाते हैं, अचार के कितने प्रकार और उसके स्वाद, ये हम भारतीयों से अच्छी तरह कौन समझ सकता है।
दूसरा सवाल > कब किया जाए ?
आचार का कारोबार करने के लिए किसी भी मौसम का इंतजार नही करना पड़ता यह एक ऐसा कारोबार होगा जिसे आप सालो के साल कर सकते हैं।सबसे अच्छी बात इसमें आप और लोगो को भी रोजगार देने का काम करेंगे।
हर मौसम मे कुछ फल और सब्ज़ी, बोहत सस्ते दामों मे मार्किट मे मिलते हैं। इस तरह से हम अपनी लागत और भी कम करके, अपने मुनाफा को बढ़ा सकते हैं।
तीसरा सवाल > कहाँ पैसा लगाया जाए?
बनाने कि सामग्री और विधि
सामग्री :
आचार बनाने के लिए आपको ये जानना हैं की कौन सा आचार आप पहले बनाना चाहते है जैसे अगर आप आम का अचार बनाना चाहते है तो उसमे आपको उसकी सामग्री आपको बाजार में आसानी से मिल जाएगी । जैसे कि (आम, जीरा, राई, सॉफ, मंगरेला, मेथी, मिर्चा, नमक, कड़वा तेल ओर कुछ गरम मसाले)
बनाने कि विधि :
इसको बनाने के लिए सबसे पहले आप को आम को छोटा छोटा पीस में काट देना है। और फिर उसमे हल्दी और नमक मिला कर धूप में रखना है कम से कम २ दिन। जब आप उसे अच्छे से धूप दिखा लेंगे तब उसमे सारा गरम मसाला हल्का रोस्ट कर के पाउडर बना लेना ओर फिर उस मसाले को कटे हुए आम के साथ मिक्स कर देना है। जब आम अच्छे से मिक्स हो जाय तो उसको एक जार में कड़वा तेल में मिला देना है और जार में सूखने के लिए धूप में रख देना है । ये तो गया गया आचार अब इसे मार्केट में कैसे लाया जाए?
पैकिंग कैसे करें :
आचार को मार्केट मे लाने के लिए आपको कुछ जार खरीदने होंगे अलग अलग साइज के ताकि आप उसमे आचार पैक कर उसे बेच सके। अगर आप इसे कम पैसों से शुरू करना चाहते हैं तो शुरू मे प्लास्टिक पैकिंग से पैकिंग का काम शुरू कर सकते हो।
अगर आपके पास एक बड़ी छत या आंगन हैं तो आप इसे ज्यादा मात्रा में बना सकते है। इससे आप औरो को रोजगार भी देंगे ।
फर्म का रजिस्ट्रेशन
किसी भी बिजनेस के लिए जरूरी होता है उसका रजिस्ट्रेशन ताकी जब आप अपना प्रोडक्ट मार्केट मे उतारे तो उसकी पहचान हो सके।
रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया।
जब आप अपनी फर्म का रजिस्ट्रेशन कराने जाते हैं तों सबसे पहले ये बताना होता है की आप अपनी फर्म के अकेले मालिक हैं
या किसी का साथ लेकर फर्म खोल रहे।
अगर आप खुद अकेले फर्म के मालिक है तब आप sole proprietorship फर्म रजिस्ट्रेशन कराएंगे ।और यदि किसी के साथ मिलकर कर रहे हैं तो पार्टनरशिप फर्म में रजिस्ट्रेशन होगा ।
आपको अपना आधार मार्क शीट्स उस ज़मीन का कागज जहा आप अपनी फर्म डाल रहे। D S C(DIGITAL SIGNATURE CERTIFICATE) इसके लिए आपको एक एप्लीकेशन रजिस्ट्रार ऑफिस में जमा करना होगा । उसके बाद आपको D I N(DIRECTOR IDENTIFICATION NUMBERE) लेना होगा जिससे की आपकी अलग पहचान हो सके। और फिर आपके अपनी फार्म का नाम देना होगा जिस नाम से आपकी फर्म जानी जाएगी। रजिस्ट्रेशन के बाद आपको fssai नो फूड लाइसेंस भी लेना होगा, जिससे आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी का पता चलेगा।
Budget कितना लगेगा
इस काम में लगभग आपके २ से ३ लाख तक का खर्चा आ सकता है जिसमे की आपके लाइसेंस से लेकर फर्म में लगने वाले सारे खर्चे आ जाएंगे । जैसे की जमीन का किराया,अचार का जार, उसकी सामग्री,वर्कर्स सैलरी, ईत्यादि।